तूने मुझको दीवाना किया कुछ इस कदर - The Indic Lyrics Database

तूने मुझको दीवाना किया कुछ इस कदर

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - हिमेश रेशमिया | फ़िल्म - कुदरत | वर्ष - 1981

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एक उम्र का सफर एक पल में कट गया
ज़िंदा तो हूँ मगर टुकड़ों में बट गया
तूने मुझको दीवाना किया कुछ इस कदर
एक तेरे सिवा कुछ न आए नज़र
तू ही तू देखूँ जिधर
एक तेरे सिवा कुछ न आए नज़र
तेरी अदा सबसे जुदा
मैं हो गया तुझपे फ़िदा
मेरा दिल अन्जाना
बना तेरा निशाना
ज़ख़्म ऐसा लगा है
मुश्किल है बताना तेर मेरा अफ़साना
तेरी यादों में खोया रहा शाम-ओ-सहर
एक तेरे सिवा कुछ न आए नज़र
तू हमसफ़र, तू ज़िन्दगी
मैंने किया तुझपे यकीं
टूट के तुझको चाहूँ
ज़िंदगानी लुटाऊँ
बस तेरी धड़कनों को अपने दिल में छुपाऊँ
लूट जाऊँ मिट जाऊँ
तेरे प्यार ने कुछ ऐसा किया मुझे बेख़बर
एक तेरे सिवा किछ न आए नज़र