काम करो भई काम करो - The Indic Lyrics Database

काम करो भई काम करो

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - सुरैया, पुरुष स्वर, सहगान | संगीत - श्याम बाबू पाठक | फ़िल्म - NA | वर्ष - 1949

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कहाँ तक जफ़ा हुस्न वालों के सहते

कहाँ तक जफ़ा हुस्न वालों के सहते

जवानी जो रहती तो फिर हम न रहते

नशेमन न जलता निशानी तो रहती

हमारा था क्या फिर रहते न रहते

कोई नक़्श और कोई दीवार समझा

ज़माना हुआ हमको चुप रहते रहते

ज़्माना बड़े शौक़ से सुन रहा था

हमीं सो गये दासताँ कहते कहते