अँधों पे दया करना दाता - The Indic Lyrics Database

अँधों पे दया करना दाता

गीतकार - | गायक - | संगीत - | फ़िल्म - | वर्ष -

View in Roman

अँधों पे दया करना दाता
अपनी आँखोँ की तुमको क़सम
इस झोली को भरना दात
अपनी आँखोँ की तुमको क़सम

(छिन जाती है जिनकी ये ज्योती
रह जाते हैं थोकर खाने को)-2
लुट जाती है उनकी सब खुशियाँ
(ग़म रहता है दिल बहलाने को)-2
अँधों पे दया करना दाता ...

(हमसे न चुराओ न यूँ आँखें
इस धरती की ही संतान हैं हम)-2
मोहताज सही लाचार सही
(फिर भी तो अरे इनसान हैं हम)-2
अँधों पे दया करना दाता ...

(ऐ मालिक तू अपनी दुनिया में
किसी बन्दे को यूँ मजबूर न कर)-2
देने को तो दे दे हर दुखड़ा
ये आँखें मगर बेनूर न कर
अँधों पे दया करना दाता ...$