लाठी से मारे ना मारे नजर से कटारी - The Indic Lyrics Database

लाठी से मारे ना मारे नजर से कटारी

गीतकार - समीर | गायक - सोनू निगम, जसपिन्दर नरूला | संगीत - आनंद, मिलिंद | फ़िल्म - खुल्लम खुल्ला प्यार करें | वर्ष - 2001

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लाठी से मारे ना कंकर से मारे
हाय चाकू से मारे ना खंज़र से मारे
मारे नज़र से कटारी गज़ब करे लड़की कंवारीहो पलकों से मारे ना आँखों से मारे
होंठों से मारे ना हाथों से मारे
मारे नज़र से इशारा गज़ब करे लड़का कंवारागालों की रंगत गुलाबी गुलाबी
आँखें हैं इसकी शराबी शराबी
इसके फ़साने किताबी किताबी
चाहे न मुझको ज़रा भी ज़रा भी
कहना न माने रूठी है रूठी
तेरी कहानी झूठी है ज़्हूठी
चोटी से मारे न आँचल से मारे
हाय छल्ले से मारे न पायल से मारे
तो मारे नज़र से ...लड़का है कैसा अनाड़ी अनाड़ी
खुद को समझता खिलाड़ी खिलाड़ी
प्यारी लगे इसकी गाली रे गाली
इसकी अदा है निराली निराली
समझाऊँ कैसे पागल है पागल
मुझको बना ले काजल रे काजल
गोली से मारे न बोली से मारे
ओ फूलों से मारे न काँटों से मारे
तो मारे नज़र से ...