सो जा रे सो जा बेटे गरीब के - The Indic Lyrics Database

सो जा रे सो जा बेटे गरीब के

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - सुरैया | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - दो सितारे | वर्ष - 1951

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सो जा रे सो जा, बेटे ग़रीब के
दुनिया के सुख नहीं तेरे नसीब के
हो सो जा रे सो जा, बेटे ग़रीब के
दुनिया के सुख नहीं तेरे नसीब के
हो ओ ओ ओरात ग़रीबों की होती है नींद ख़ुशी की सोना -२
कल का सूरज ले आयेगा फिर से रोना-धोना रे
सोजा रे सोजा
कल का सूरज ले आयेगा फिर से रोना-धोना रे
सो जा रे सो जा, बेटे ग़रीब के
दुनिया के सुख नहीं तेरे नसीब के
हो ओ ओ ओभूख तेरे बचपन की साथी, आँसू तेरे खिलौने -२
तू निरधन का लाल है तेरे काँटों भरे बिचौने रे
सो जा रे सो जा
तू निरधन का लाल है तेरे काँटों भरे बिचौने रे
सो जा रे सो जा, बेटे ग़रीब के
दुनिया के सुख नहीं तेरे नसीब के
हो ओ ओ ओ