प्रीत लगा के मैने ये फल पाया - The Indic Lyrics Database

प्रीत लगा के मैने ये फल पाया

गीतकार - राजा मेहदी अली खान | गायक - मुकेश | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - आँखे | वर्ष - 1950

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प्रीत लगा के मैने ये फल पाया
सुध-बुध खोई चैन गंवाया
तुमने मुझसे प्यार किया था
उल्फ़त का इकरार किया था
अपना बना के पहले फिर बिसराया
प्रीत का वादा ख़ूब निभाया
प्रीत लगा के मैने
आ के जो देखे तू दुख मेरे
क्या न बहेंगे आँसू तेरे
दुख दे के मुझको तूने क्या सुख पाया
तुझको बेदर्दी रहम न आया
प्रीत लगा के मैने
इक झलक फिर से दिखला दे
ख़्वाबों में आ कर इतना बता दे
दीप बुझाकर इन नैनों का
किसके मन का दीप जलाया
प्रीत लगा के मैने