फ़ेम को:(ढील दिए जा, ) - The Indic Lyrics Database

फ़ेम को:(ढील दिए जा, )

गीतकार - शेवन रिज़वी | गायक - शमशाद, दुर्रानी, ​​सहगान | संगीत - नशद | फ़िल्म - NA | वर्ष - 1949

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दिल जबसे उनके हुस्न का servant हो गया

दिल जबसे उनके हुस्न का servant हो गया

सिक्का हमारे इश्क़ का patent हो गया

तीरएनिगाहएनाज़ को मैं उनके क्या कहूँ

मेरे लिए तो मौत का warrant हो गया

नीलाम कर दिया है उल्फ़त के चाँद में

दिल क्या हुआ कि हुस्न का merchant हो गया

आहें न क्यों भरूँ मैं नाले न क्यों करूँ मैं