जब तुम हो मेरे हमसफ़र कुबासुरातो - The Indic Lyrics Database

जब तुम हो मेरे हमसफ़र कुबासुरातो

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - अनबन | वर्ष - 1972

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जब तुम हो मेरे हमसफ़र ख़ूबसूरत -२
तो है ज़िन्दगी का सफ़र ख़ूबसूरत
जब तुम हो ...चला तीर तीर से शरमाना क्या
कि जाँ मेरी जाएगी घबराना क्या
इधर भी है प्यारे जिगर ख़ूबसूरत
जब तुम हो ...मुझे देखकर यूँ न ग़ुस्से में आ
मिलें न मिलें फिर ज़रा मुस्करा
चेहरे पे ग़ुस्सा अगर ख़ूबसूरत
जब तुम हो ...चमकते हैं गालों पे दिलक़श अँधेरे
है फूलों से नाज़ुक कमर ख़ूबसूरत
जब तुम हो ...