आई सावत रुत आई साजन मोरा दोले है मन - The Indic Lyrics Database

आई सावत रुत आई साजन मोरा दोले है मन

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - सहगान, मुकेश, शमशाद बेगम | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - मेला | वर्ष - 1948

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श : आई सावन रुत आई, सजन मोरा डोले है मन
लागी तेरी लगन घर आजा
ओ घर आजा मोहन घर आजा
को : आई सावन रुत आई, सजन मोरा डोले है मन
लागी तेरी लगन घर आजा
ओ घर आजा मोहन घर आजाश : खेतों-खेतों डग-मग डोले हरियाली मतवारी
हो हरियाली मतवारी
को : खेतों-खेतों डग-मग डोले हरियाली मतवारी
हो हरियाली मतवारी
श : ऐसे में ओ प्रीतम प्यार आये याद तेहारी
हो आये याद तेहारी
को : ऐसे में ओ प्रीतम प्यार आये याद तेहारी
हो आये याद तेहारीघर आजा सजन घर आजा
ओ घर आजा मोहन घर आजा
आई सावन रुत आई, सजन मोरा डोले है मन
लागी तेरी लगन घर आजाश : ( तोरे बिना मोहे कल नाही आये
को : कल नाही आये ) -२
श : दिल की लगी तड़पाये
हो दिल की लगी तड़पाये
मस्त पवन चले, मन लहराये -२
आई मिलन रुत हाय -२घर आजा सजन घर आजा
ओ घर आजा मोहन घर आजा
आई सावन रुत आई, सजन मोरा डोले है मन
लागी तेरी लगन घर आजामु : ओ
खेतों से परबत पर आ कर -२
जीवन जोत जगा ले -२
दुनिया है दो दिन का मेला कुछ रो ले कुछ गा ले -२को : घर आजा सजन घर आजा
ओ घर आजा मोहन घर आजा