अभी ना जाओ छोड़ कर - The Indic Lyrics Database

अभी ना जाओ छोड़ कर

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - आशा - रफी | संगीत - जयदेव | फ़िल्म - हम दोनो | वर्ष - 1961

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अभी न जाओ छोड़ कर कि दिल अभी भरा नहीं
अभी-अभी तो आई हो, बहार बन के छाई हो
हवा ज़रा महक तो ले, नजर ज़रा बहक तो ले
ये शाम ढल तो ले ज़रा, ये दिल संभल तो ले ज़रा
मैं थोड़ी देर जी तो लूँ, नशे के घूँट पी तो लूँ
अभी तो कुछ कहा नहीं, अभी तो कुछ सुना नहीं
सितारे झिलमिला उठे, चिराग़ जगमगा उठे
बस अब न मुझको टोकना, न बढ़ के राह रोकना
अगर मैं रुक गई अभी, तो जा न पाऊँगी कभी
यही कहोगे तुम सदा कि दिल अभी नहीं भरा
जो ख़त्म हो किसी जगह, ये ऐसा सिलसिला नहीं
अधूरी आस छोड़ के, अधूरी प्यास छोड़ के
जो रोज़ यूँ ही जाओगी, तो किस तरह निभाओगी
कि ज़िन्दगी की राह में, जवाँ दिलों की चाह में
कई मक़ाम आएँगे, जो हम को आजमाएँगे
बुरा न मानो बात का, ये प्यार है गिला नहीं
यही कहोगे तुम सदा के दिल अभी भरा नहीं