देखो आई पहली मुहब्बत की रात - The Indic Lyrics Database

देखो आई पहली मुहब्बत की रात

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - शमशाद, सहगान | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - शबनम | वर्ष - 1949

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दिल धड़के आँख मोरी फड़के

दिल धड़के आँख मोरी फड़के

चले जाना न देखो जी बिछड़ के

दिल धड़के

कहीं बीते न दुःख में जवानी

कहीं सुन ले न दुनियाँ कहानी

कहीं बन जाऊँ मैं न दीवानी

दिल धड़के

कहीं ठहरे न उल्फ़त का धारा

कहीं पा ले न कोई इशारा

कहीं टूटे न दिल क सहारा

दिल धड़के

कहीं जाना न कर के बहाना

न बने दो दिलों का फ़साना

देखो नाज़ुक बहुत है ज़माना

दिल धड़के