राम चले बन चले राम रघुवीर - The Indic Lyrics Database

राम चले बन चले राम रघुवीर

गीतकार - पंडित इंद्र | गायक - | संगीत - शंकर राव व्यास | फ़िल्म - भारत मिलाप | वर्ष - 1942

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राम चले -२
बन चले राम रघुवीर -३कहाँ जानकी जनक-दुलारी -२
कहाँ लाडला लछमन रे -२
झूले थे जो फूल-हिण्डोले -२
आज चले संग कटु ?? बन रे -२
हो गई सूनी आज अयोध्या
सूना सरयू तीर -२बन चले राम रघुवीर -३रोको
कोई रोको
रथ रोको हे पुरवासी
जाते हैं सुन्न प्रवासी ??
होते हैं क्यूँ बनवासी -२
गई ख़ुशी और रही उदासीराम का रथ क्या चलता है
सबको ये चक्र कुचलता है
श्री राम का रथ क्या चलता है
सबको ये चक्र कुचलता है
रघुकुल का भाग्य बदलता है -२
उगता सा सूरज ढलता है -२
प्राण चले हैं संग राम के
सूना पड़ा शरीर -२