ओ चंद मेरे क्यूं दुउर खड़ा शरमाये - The Indic Lyrics Database

ओ चंद मेरे क्यूं दुउर खड़ा शरमाये

गीतकार - पंडित इंद्र | गायक - उमा देवी | संगीत - एस राजेश्वर राव-डी पार्थसारथी | फ़िल्म - चंद्रलेखा | वर्ष - 1948

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चाँद मेरे
चाँद मेरे क्यूँ दूर खड़ा शरमाये
क्यूँ आँख मिला के बदली में छुप जाये
छुप जाये -२
ओमस्त फ़िज़ायें सर्द हवायें
प्रीत के गीत सुनायें
हम हों तुम हो तनहाई हो
शबनम प्यास बुझायेंओ
चाँद मेरे
चाँद मेरे क्यूँ दूर खड़ा शरमाये
क्यूँ आँख मिला के बदली में छुप जाये
छुप जाये -२
ओ( दिल की धड़कन सुन ले रे साजन आके
आके ) -२
( आज की रतियाँ आने की नहीं जा के
जा के ) -२
नदी किनारे
नदी किनारे पपीहा पुकारे
बाग़ में बुलबुल गाये -२ओ
चाँद मेरे
चाँद मेरे क्यूँ दूर खड़ा शरमाये
क्यूँ आँख मिला के बदली में छुप जाये
छुप जाये -२