इश्क पे कोई ज़ोर चले ना ना कोई मनमानी - The Indic Lyrics Database

इश्क पे कोई ज़ोर चले ना ना कोई मनमानी

गीतकार - नवाब आरज़ू | गायक - कुमार शानू, पूर्णिमा | संगीत - दिलीप सेन-समीर सेन | फ़िल्म - तीन मोती | वर्ष - 1995

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कु : ( इश्क़ पे कोई ज़ोर चले न ) -२ न कोई मन मानी
पू : फँस गई मैं तो प्रेम भँवर में अब क्या होगा जानी
कु : ए बोल बोल रानी
को : ए बोल रानी
पू : कित्ता पानी -२
को : कित्ता पानी -२
कु : बोल बोल रानी
को : बोल बोल रानी
कु : इत्ता इत्ता पानी
को : इत्ता इत्ता पानी
कु : इश्क़ पे कोई ज़ोर ...कु : मैने तो बिन सोचे मैने तो बिन समझे
तुमको दिल दे दिया है
पू : अब नींद आए न अब चैन आए न
जब से प्यार किया है
कु : बाहों में प्यार छुपा लूँ
पू : अरे ना रे ना
कु : तुझे प्यार सिखा दूँ
पू : अरे ना रे ना
कु : ( ना ना मत कर पागल छोरी ) -२ छल्ला ले जा निशानी
पू : हाय हाय फँस गई मैं तो ...कु : मुझको इजाज़त दो होंठों से होंठों की
थोड़ी सी गर्मी चूस लूँ
पू : सपनों में आते हो मुझको सताते हो
बोलो तुम्हें क्या सज़ा दूँ
कु : धुआँ होंठ गुलाबी
पू : रे बाबा ना रे ना
कु : पी लूँ नैन शराबी
पू : हे बाबा ना रे ना
कु : लाज शरम सब छोड़ के आजा
झूमें नाचे जवानी
पू : फँस गई मैं तो ...