जिस दिल में बसा था प्यार तेरा - The Indic Lyrics Database

जिस दिल में बसा था प्यार तेरा

गीतकार - इन्दीवर | गायक - मुकेश | संगीत - कल्याणजी आनंदजी | फ़िल्म - सहेली | वर्ष - 1965

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जिस दिल में बसा था प्यार तेरा
उस दिलको कभी का तोड़ दिया
बदनाम ना होने देंगे तुझे
तेरा नाम ही लेना छोड़ दिया
जब याद कभी तुम आओगे
समझेंगे तुम्हे चाहा ही नहीं
राहों में अगर मिल जाओगे
सोचेंगे तुम्हे देखा ही नहीं
जो दर पे तुम्हारे जाती थी
उन राहोंको हमने मोड़ दिया
हम कौन किसीके होते हैं
कोई हमको याद करेगा क्यों
अपने दो आंसू भी हम पर
कोई बरबाद करेगा क्यों
उसने मांझी को ही गिला हमसे
मझधार में जिसने छोड़ दिया