वो तेरे प्यार का गम एक बहाना था सनमी - The Indic Lyrics Database

वो तेरे प्यार का गम एक बहाना था सनमी

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मुकेश | संगीत - दान सिंह | फ़िल्म - मेरा प्यार | वर्ष - 1970

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वो तेरे प्यार का ग़म, एक बहाना था सनम
अपनी क़िस्मत ही कुछ ऐसी थी
के दिल टूट गयाये ना होता तो कोई दूसरा ग़म होना था
मैं तो वो हूँ जिसे हर हाल में बस रोना था
मुस्कुराता भी अगर, तो छलक जाती नज़र
अपनी क़िस्मत ही कुछ ऐसी थी
के दिल टूट गया...वरना क्या बात है तू कोई सितमगर तो नहीं
तेरे सीने में भी दिल है कोई पत्थर तो नहीं
तूने ढाया है सितम, तो यही समझेंगे हम
अपनी क़िस्मत ही कुछ ऐसी थी
के दिल टूट गया...वो तेरे प्यार का ग़म, एक बहाना था सनम
अपनी क़िस्मत ही कुछ ऐसी थी
के दिल टूट गया...