ज़िंदगी देने वाले सुन - The Indic Lyrics Database

ज़िंदगी देने वाले सुन

गीतकार - शकील | गायक - तलत | संगीत - गुलाम मोहम्मद | फ़िल्म - दिल-ए-नादान | वर्ष - 1953

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ज़िंदगी देने वाले सुन
तेरी दुनिया से दिल भर गया
मैं यहाँ जीते जी मर गया
रात कटती नहीं दिन गुज़रता नहीं
ज़ख़्म ऐसा दिया है के भरता नहीं
आँख वीरान है, दिल परेशान है, ग़म का सामान है
जैसे जादू कोई कर गया
ज़िंदगी देने वाले सुन ...
बेख़ता तूने मुझ से खुशी छीन ली
ज़िंदा रखा मगर ज़िंदगी छीन ली
कर दिया दिल का खूँ, चुप कहाँ तक रहूँ, साफ़ क्यूँ ना कहूँ
तू खुशी से मेरी जल गया
ज़िंदगी देने वाले सुन ...$