जिस देश में गंगा बहती है - The Indic Lyrics Database

जिस देश में गंगा बहती है

गीतकार - शैलेंद्र | गायक - मुकेश | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - जिस देश में गंगा बहती है | वर्ष - 1960

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होंठों पे सच्चाई रहती है, जहाँ दिल में सफाई रहती है
हम उस देश के वासी हैं, जिस देश में गंगा बहती है
मेहमां जो हमारा होता है, वो जान से प्यारा होता है
ज़्यादा की नहीं लालच हमको, थोड़े में गुज़ारा होता है
बच्चों के लिए जो धरती माँ, सदियों से सभी कुछ सहती है
कुछ लोग जो ज़्यादा जानते हैं, इंसान को कम पहचानते हैं
ये पूरब है, पूरबवाले, हर जान की किमत जानते हैं
मिलजुल के रहो और प्यार करो, एक चीज़ यही जो रहती है
जो जिससे मिला सीखा हमने, गैरों को भी अपनाया हमने
मतलब के लिए अंधे हो कर, रोटी को नहीं पूजा हमने
अब हम तो क्या सारी दुनिया, सारी दुनिया से कहती है