गोर गोर मुखड़े पे गेसू जो छा गये - The Indic Lyrics Database

गोर गोर मुखड़े पे गेसू जो छा गये

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - शमशाद बेगम | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - पतंग | वर्ष - 1949

View in Roman

ओ हाय गोरे-गोरे
( गोरे-गोरे
गोरे-गोरे मुखड़े पे गेसू जो छा गये ) -२
चाँदनी रात में बादल कहाँ से आ गये -२
( गोरे-गोरे
गोरे-गोरे मुखड़े पे गेसू जो छा गये ) -२आइना देख के वो देखते ही रह गये
वो देखते ही रह गये
धीरे-धीरे सपनों की लहरों में बह गये
वो लहरों में बह गये
अपनी अदा पे फिर ख़ुद ही शरमा गये -२( गोरे-गोरे
गोरे-गोरे मुखड़े पे गेसू जो छा गये ) -२( गेसू हटे तो वोही चाँदनी रात थी
छुप गये बादल पहली सी बात थी ) -२
चन्दा निकल आया तारे शरमा गये -२( गोरे-गोरे
गोरे-गोरे मुखड़े पे गेसू जो छा गये ) -२