ज़िंदगी की याही रीत है हार के बाद हि जित है - The Indic Lyrics Database

ज़िंदगी की याही रीत है हार के बाद हि जित है

गीतकार - जावेद | गायक - किशोर कुमार | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - मिस्टर इंडिया | वर्ष - 1987

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ज़िन्दगी की यही रीत है हार के बाद ही जीत है -२
थोड़े आँसू हैं थोड़ी हँसी आज ग़म है तो कल है ख़ुशी
ज़िन्दगी की यही रीत ...ज़िन्दगी रात भी है सवेरा भी है ज़िन्दगी -२
ज़िन्दगी है सफ़र और बसेरा भी है ज़िन्दगी -२
इक पल दर्द का गाँव है दूसरा सुख भरी छाँव है
हर नए पल का नया गीत है
ज़िन्दगी की यही रीत ...ग़म का बादल जो छाए हम तो मुस्कराते रहें -२
अपनी आँखों में आशाओं के दीप जलाते रहें
आज बिगड़े तो कल फिर बने आज रूठे तो कल फिर मने
वक़्त भी जैसे इक मीत है
ज़िन्दगी की यही रीत ...