मेरे दिल की घड़ी करे टिक-टिक-टिक - The Indic Lyrics Database

मेरे दिल की घड़ी करे टिक-टिक-टिक

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - लता, चितलकर | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - अलबेला | वर्ष - 1951

View in Roman

मेरे दिल की घड़ी करे टिक-टिक-टिक
ओ बजे रात के बारह, हाय तेरी याद ने मारा
खामोश ज़माना सोये
इक मेरा ही दिल रोये
और दिल पर तीर चलाये
एक झिलमिल करता तारा, हाय तेरी याद ने मारा
न बने बात कुछ कह के
और जले जिया चुप रह के
बस चुपके चुपके तड़पे
मजबूर कोई बेचारा, हाय तेरी याद ने मारा
अखियों से निन्दिया भागी
पलकों में रिमझिम लागी
अब आन मिलो ओ सजना
दिल तड़प तड़प कर हारा, हाय तेरी याद ने मारा