गीतकार - गुलजार | गायक - लता मंगेशकर, सहगान | संगीत - हृदयनाथ मंगेशकर | फ़िल्म - गैर-फिल्मी | वर्ष - 1994
View in Romanआकाश के उस पार भी आकाश हैं -२
आकाश पे बहते समय की तरह
बहते रहो जैसे बहे ये हवा
आकाश के उस पार भी आकाश हैंझरते रहो बादल झरे जिस तरह -२
दरिया मुडे पैरों तले जिस तरह
सागर में भी गिर के कभी खाली न हो
आकाश के उस पार भी ...आना भी है जाना भी है हर दफ़ा -२
चलते रहो मौसम चले जिस तरह
कोई नहीं आये अगर अत्ल?? चलो
आकाश के उस पार भी ...आ आ आ आ आ आ आ आ आ