धडकने लगे दिल के तारों की दुनिया - The Indic Lyrics Database

धडकने लगे दिल के तारों की दुनिया

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - आशा - महेंद्र कपूर | संगीत - एन.दत्ता | फ़िल्म - धूल का फूल | वर्ष - 1959

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धड़कने लगे दिल के तारों की दुनिया, जो तुम मुस्कुरा दो
संवर जाए हम बेकरारों की दुनिया, जो तुम मुस्कुरा दो
जो तुम मुस्कुरा दो बहारें हँसे
सितारों की उजली कतारें हँसे
जो तुम मुस्कुरा दो नज़ारें हँसे
जवां धड़कनों के इशारे हँसे
धड़कने लगे दिल ...
हवा में ये खुश्बू की अंगड़ाइयाँ
ये आँखों पे ज़ुल्फों की परछाइयाँ
ये मस्ती के धारें उबलते हुए
ये सीनों में तूफ़ाँ मचलते हुए
धड़कने लगे दिल ...
ये बोझल घटाएँ बरसती हुईं
ये बेचैन रूहें तरसती हुईं
ये साँसों से शोले निकलते हुए
बदन आँच खाकर पिघलते हुए
धड़कने लगे दिल ...