ज़रा मुड़ के तो देखो साजना - The Indic Lyrics Database

ज़रा मुड़ के तो देखो साजना

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - लता, तलत | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - मीनार | वर्ष - 1954

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ल ल ल ल आ आ
आ आ आ
ह आ ह आ
ज़रा मुड़ के तो देखो साजना
हो साजना
ज़रा मुड़ के तो देखो साजना
वो पीछे रह गया बचपना
और आगे खड़ी है जवानी
बचपन का ज़माना हो चुका
हो हो चुका
बचपन का ज़माना हो चुका
ये खेल पुराना हो चुका
अब होगी नई कहानी
दिन-रात बदलते रह गये
अरमान मचलते रह गये )
आकाश के तारे हैं वहीं
दुनिया के नज़ारे हैं वहीं
है फिर भी नई कहानी
ज़रा मुड़ के तो देखो साजना
वो पीछे रह गया बचपना
और आगे खड़ी है जवानी
शोले को भड़कना आ गया
क्यूँ दिल को धड़कना आ गया
शोले को भड़कना आ गया
क्यूँ दिल को धड़कना आ गया
ये मधुर मिलन का साज़ है
धड़कन में छुपा एक राज़ है
इस राज़ का नाम जवानी
ज़रा मुड़ के तो देखो साजना
हो साजना
ज़रा मुड़ के तो देखो साजना
वो पीछे रह गया बचपना
और आगे खड़ी है जवानी $