ये समाझो और समाझाओ दाल रोटी खाओ - The Indic Lyrics Database

ये समाझो और समाझाओ दाल रोटी खाओ

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - लता मंगेशकर, किशोर कुमार | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - ज्वार भाटा | वर्ष - 1973

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कि : ये समझो और समझाओ थोड़ी में मौज मनाओ
दाल-रोटी खाओ प्रभु के गुन गाओ -२
ल : अजी लालच में ना आओ ना दिल का चैन गँवाओ
दाल-रोटी खाओ ...कि : तन पे लंगोटी पेट में रोटी ( सोने को एक खटिया ) -२
ल : मतलब तो है नींद से चाहे ( बढ़िया हो या घटिया ) -२
दो : राधे-श्याम सीता-राम -२
कि : नफ़रत को दूर हटाओ और सबको गले लगाओ
दाल-रोटी खाओ ...ल : चाँदी की थाली वाले को क्या ( भूख लगे है ज़्यादा ) -२
कि : क्यों ना खा ले फिर आपस में ( बाँट के आधा-आधा ) -२
दो : राधे-श्याम सीता-राम -२
ल : सबसे सस्ती चीज़ है क्या
बोलो -बोलो
कि : चोरी डाका और बेईमानी
ल : तो फिर महंगी क्या होगी
सोचो-सोचो -२
कि : किसी की ख़ातिर क़ुर्बानी
दो : छोटे को पास बिठाओ भूले को राह दिखाओ
दाल-रोटी खाओ ...
राधे-श्याम सीता-राम -२