गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - सुधा मल्होत्रा | संगीत - दत्ताराम | फ़िल्म - अब दिल्ली दूर नहीं | वर्ष - 1957
View in Romanमाता ओ माता-जो तू आज होती
मुझे यूँ बिलखता अगर देख लेती
तेरा दिल टूट जाता
माता ओ मातामुझे चूम कर तूने एक दिन कहा था
मेरे लाडले तू तो राजा बनेगा
बेआस, बेघर मैं फिरता हूँ दर-दर
मुझे यूँ भटकता अगर देख लेती
तेरा दिल टूट जाता-
माता ओ माताइक रात जब नींद मुझको न आई
तूने वो परियों की लोरी सुनाई
तो सपने जगे, नींद पल भर में आई
जग सो रहा है मैं जागूं अकेला
मुझे यूँ तड़पता अगर देख लेती
तेरा दिल टूट जाता
माता ओ माता