हुं मेरे वतन में मैने सुनी हैं - The Indic Lyrics Database

हुं मेरे वतन में मैने सुनी हैं

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - अलका याज्ञनिक, सुरेश वाडकर | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - खुदा गवाह | वर्ष - 1992

View in Roman

हूँ मेरे वतन में मैने सुनी हैं -२
तेरे वतन की कहानियां
मुझमें हैं वो सब निशानियां
ओ दिलबरजानियांइस आशिक़ी में मैने सुनी हैं -२
लोगों से जितनी कहानियां
तुझमें हैं वो सब निशानियां
ओ दिलबरजानियांना था ग़ुमां तक ऐसे अचानक
इन पर्वतों की इन घाटियों में
मिलना था हमको इन वादियों में
देखो कहीं से जाने कहां पर -२
ले आईं हमको जवानियां
तुझमें हैं वो सब ...अरे दिलबरजानियांबातों में खुश्बू आँखों में जादू
मेरी पसन्द का महबूब है तू -२
एक दूसरे पर मरने को रब ने
दी हैं हमें ज़िन्दगानियां
तुझमें हैं वो सब ...आँखों में झांकों तस्वीर देखो
मेरे बदन में जितना लहू है
जीना हमारा मुश्क़िल ना कर दें
ये प्यार की मेहरबानियां
तुझमें हैं वो सब ...