कभी किताबों में फूल रखना - The Indic Lyrics Database

कभी किताबों में फूल रखना

गीतकार - हसन लतीफ लीलाकी | गायक - गुलाम अली | संगीत - गुलाम अली | फ़िल्म - जुनून (गैर फिल्म) | वर्ष - 1993

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कभी किताबों में फूल रखना, कभी दरख़्तों पे नाम लिखना
हमें भी याद आज तक वो नज़र से हर्फ़-ए-सलाम लिखनावो चाँद चेहरे वो बहकी बातें सुलग़ते दिन थे महकती रातें
वो छोटे छोटे से काग़ज़ों पर मोहब्बतों के पयाम लिखनागुलाब चेहरों से दिल लगाना वो चुपके चुपके नज़र मिलाना
वो आरज़ुओं के ख़ाब बुनना वो क़िस्सा-ए-ना-तमान लिखनागई रुतों में 'हसन' हमारा बस एक ही तो ये मशग़ला था
किसी के चेहरे को सुबहो कहना किसी की ज़ुल्फ़ों को शाम लिखना