छलक छलक शिष्य से शीशा टकराए - The Indic Lyrics Database

छलक छलक शिष्य से शीशा टकराए

गीतकार - नुसरत बद्री | गायक - उदित नारायण, विनोद राठौड़, श्रेया घोषाल | संगीत - इस्माइल दरबार | फ़िल्म - देवदास | वर्ष - 2002

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हे शीशे से शीशा टकराए हे हे
हे शीशे से शीशा टकराए जो भी हो अंजाम
ओ देखो कैसे
अरे शीशे से शीशा टकराए जो भी हो अंजाम
हो देखो देखो
छलक छलक छल छलक छलक छल छलक छलक छल्काए रेहे झाँझ पखावज ताशे बाजे छलके जब ये जाम
ओ देखो कैसे
आहा आहा आहा
ओ देखो कैसे
धमक धमक धम धमक धमक धम धमकाए रेशीशे से शीशा टकराए
हे हे हे हे
ऐ हे ऐ हेये मदिरा
हाँ ये मदिरा
ये मदिरा तो ले आती है यादों की बरसात
हे छलक छलक के छलती जाए दिल की ये मदिरा
हाँ होंठों से उतरे हे तो बोले दिल की बात
हे गरज गरज के दिल में गरजे गम के ये बदरा
दिल तक जैसे ये पहुँची आई आई आई उस की याद
उसकी एक झलक
उसकी एक झलक मिल जाए इतनी है फ़रियादधिन तचिक धिन ता तचिक धिक
हे नाचे मोहन जोगन बनके ओ मेरे घनश्याम देखो देखो देखो
नाचे मोहन लहरा के बल खा के ओ मेरे घनश्याम
झनक झन झननन पायल बाजे रे
प्यार में तेरे दिल ये चाहें हो जाए बदनाम
ओ देखो कैसे ओ देखो ओ देखो
देखो देखो देखो देखो देखो देखो देखो कैसे
थिरक थिरक दिल
थिरक थिरक दिल थिरक थिरकता जाए रे
हे धमक धमक धम धमक धमक धम धमकता जाए रे
छनन छनन छन छनन छनन
छनन छनन छन छनन ननननन
धिन ताचिकी धिन ता ताचिकी धिन
छन छन छन छन छन
झनक झनक झन झनक झनक झन पायल बाजे रे
आहा आहा
झनक झनक झन झनक झनक झन पायल बाजे रे
हे छलक छलक छल धमक धमक धक खनक खनक खन खन
ये धड़क धड़क दिल झनक झनक झन थिरक थिरकता जाए रे
छलक छलक छल धमक धमक धक खनक खनक खन खन
हे शीशे से शीशा टकराए