हौले हौले दिल डोले चोरी चोरी कुछ बोले - The Indic Lyrics Database

हौले हौले दिल डोले चोरी चोरी कुछ बोले

गीतकार - समीर | गायक - अलका याज्ञनिक, उदित नारायण | संगीत - आनंद, मिलिंद | फ़िल्म - अंगरक्षक | वर्ष - 1995

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हौले हौले दिल डोले चोरी चोरी कुछ बोले
यादों में क्या है
कैसे बताऊं
होंठों पे क्या है
कैसे सुनाऊं
राज़ नज़र से खोले
हौले हौले दिल डोले ...चैन अब तो न आए तेरी कसम
दर्द कोई सताए तेरी कसम
बेखुदी यही कह रही सनम सीने से लगाए रहना
इश्क़ की अगन में दीवानापन माने न किसी का कहना
धीमे धीमे जले शोले
चोरी चोरी कुछ बोले ...छोड़ दूं मैं ज़माना तेरे लिए
मैं बना हूँ दीवाना तेरे लिए
आए कोई हम पे जो कोई सितम तोड़ेंगे न हम क़सम
प्यार हो गया मैं तो खो गया अब न कुछ मेरे बस में
तेरी वफ़ा रस घोले
चोरी चोरी कुछ बोले ...