मैन्नु चा चढेया पगडि सम्भल जट्टा: - The Indic Lyrics Database

मैन्नु चा चढेया पगडि सम्भल जट्टा:

गीतकार - देव कोहली | गायक - सहगान, हंस राज हंस | संगीत - आनंद राज आनंद | फ़िल्म - 23 मार्च 1931 शहीद | वर्ष - 2002

View in Roman

मैंनू चा चढ़ेया मैंनू जा फड़ेया
गिद्दा पान्नी आं मैं भंगड़ा तू पा अड़ेया
मौजां कर कुड़िये
कित्थे लंग ही न जावे सोणी रुत अड़िये
ओ की करी जान्नां एं क्यों मरी जान्नां एं
की करी जान्नां एं ओ क्यूं मरी जान्नां एं
ओए की करी जान्ना एं क्यों मरी जान्ना एंऐसे ना बुजुर्गों की इज़्ज़तें उछाल ओय
पगड़ी स.म्भाल जट्टा पगड़ी स.म्भाल ओय
ओ की करी ...हल चलाए तूने ओय तूने फ़सल उगाई
कैसे कोई ले आएगा ये है तेरी कमाई
तोड़ ग़ुलामी की ज़ंजीरें बेबस हो ना ऐसे
तू है भारत माँ का बेटा भूल गया ये कैसे
हुण नहीं अकेला अस्सी सारे तेरे नाल ओय
पगड़ी स.म्भाल ...ग़म ना कर चमकेगी ओय तकदीर ये तेरी मेरी
आज़ादी का उगेगा सूरज जाएगी रात अंधेरी
ये धरती तेरी है पगले इसपे तेरा राज है
सुन ओय जट्टा तेरी पगड़ी तेरे सर का ताज है
ओय दे दे जवाब सीधा कर ना सवाल ओय
पगड़ी स.म्भाल ...