नगरी मेरी कब तक यूँ ही बरबाद रहेगी दुनिया - The Indic Lyrics Database

नगरी मेरी कब तक यूँ ही बरबाद रहेगी दुनिया

गीतकार - जोश मलिहाबादी | गायक - सितारा कानपुरी | संगीत - एस के पाल | फ़िल्म - NA | वर्ष - 1944

View in Roman

पहले तो हो गई नमस्ते नमस्ते

नमस्ते

नमस्ते

अजी नमस्ते

नमस्ते

पहले तो हो गई नमस्ते नमस्ते

फिर प्यार हो गया हँसते हँसते

पहले तो हो गई नमस्ते नमस्ते

दिल में ख़ुशी की कलियाँ खिल गईं

मिलतेमिलते अखियाँ मिल गईं

दिल में ख़ुशी की कलियाँ खिल गईं

मिलतेमिलते अखियाँ मिल गईं

और बस गई दुनिया बसतेबसते

पहले तो हो गई नमस्ते नमस्ते

फिर प्यार हो गया हँसते हँसते

पहले तो हो गई नमस्ते नमस्ते

आतेजाते मिले गली में

हो गई उल्फ़त हँसीहँसी में

हँसीहँसी में

दुनिया रह गई जलतेजलते

पहले तो हो गई नमस्ते नमस्ते

फिर प्यार हो गया हँसते हँसते

पहले तो हो गई नमस्ते नमस्ते

क़दमक़दम पर नये नज़ारे

इधरउधर मत देखो प्यारे

चलोचलो भई अपनेअपने रस्ते

पहले तो हो गई नमस्ते नमस्ते

फिर प्यार हो गया हँसते हँसते

पहले तो हो गई नमस्ते नमस्ते