पहले प्यार का पहला ग़म - The Indic Lyrics Database

पहले प्यार का पहला ग़म

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - कविता कृष्णमुर्ती | संगीत - राजेश रोशन | फ़िल्म - पापा कहते हैं | वर्ष - 1996

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पहले प्यार का पहला ग़म
पहली बार हैं आँखें नम
पहला है तनहाई का ये मौसम
आ भी जाओ वर्ना रो देंगे हम
हमने थे देखे साथ जो मिलके सपने रूठ गए
सारे खिलौने कांच के निकले छन से टूट गए
अब हम हैं तनहाई है
एक उदासी छाई है
धड़कन भी है जैसे मद्धम मद्धम
आ भी जाओ वर्ना रो देंगे हम
तुम जो नहीं तो दुनिया हमको अच्छी नहीं लगती
तुम जो नहीं तो बात कोई हो सच्ची नहीं लगती
हमने दिल को समझाया
सौ बातों से बहलाया
लेकिन दिल का दर्द नहीं होता कम
आ भी जाओ वर्ना रो देंगे हम