दर्दमंदों का जहाँ में आसरा कोई नहीं - The Indic Lyrics Database

दर्दमंदों का जहाँ में आसरा कोई नहीं

गीतकार - स्वामी रामानंदी | गायक - NA | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - वीना | वर्ष - 1948

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ऐऽ दीवाना हूँ, दीवाना हूँ

ऐऽ दीवाना हूँ, दीवाना हूँ

राहत से मैं बेगाना हूँ

दीवाना हूँ, दीवाना हूँ

राहत से मैं बेगाना हूँ

दिल को कैसे बहलाऊँ मैं हाँ!

यह ज़ख्म किसे दिखलाऊँ मैं

दिल को कैसे बहलाऊँ मैँ

यह ज़ख्म किसे दिखलाऊँ मैँ

आँसू सुनसुन कर हँसते हैं

क्या दर्द भरा अफ़साना हूँ

आई न बहार, खिज़ा ही सही

उजड़े दिल में अरमां ही सही

हैरां हूँ की आखिर क्या हूँ मैं

आबाद हूँ या वीराना हूँ

घायल हूँ तुमसे दूर हूँ मैं

पर फूँक चुका मजबूर हूँ मैं

ऐ शमा बलायें ले आकर

आखिर मैं भी परवाना हूँ