तेरे होटे हुए आज अरे पत्थर के भगवान: - The Indic Lyrics Database

तेरे होटे हुए आज अरे पत्थर के भगवान:

गीतकार - प्रदीप | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - नास्तिक | वर्ष - 1954

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तेरे होते हुये आज मैं लुट रही
मेरे माथे पे लग रहा दाग़
अरे पत्थर के भगवान तू है कहाँ
तेरी दुनिया में लग जाये आग -२
तेरे होते हुये आज मैं लुट रही( लाज आती है मुझको ये कहते हुये
प्रभू अंधा न बन आँख रहते हुये ) -२
मुझे डँसने को आये हैं देख ज़रा
तेरी बस्ती के ज़हरीले नागअरे पत्थर के भगवान तू है कहाँ
तेरी दुनिया में लग जाये आग -२
तेरे होते हुये आज मैं लुट रहीचंद चाँदी टुकड़ों की ख़ातिर यहाँ -२
एक अबला के फूट रहे भागअरे पत्थर के भगवान तू है कहाँ
तेरी दुनिया में लग जाये आग -२
तेरे होते हुये आज मैं लुट रही( किसी भाई की बिछड़ी हुई एक बहन
बता कब तक करे तेरे दुखड़े सहन ) -२
आज ज़िंदा चिता पर हूँ मैं जल रही
जल रहे सब उम्मीदों के बाग़अरे पत्थर के भगवान तू है कहाँ
तेरी दुनिया में लग जाये आग -२
तेरे होते हुये आज मैं लुट रही
मेरे माथे पे लग रहा दाग़
अरे पत्थर के भगवान तू है कहाँ
तेरी दुनिया में लग जाये आग
तेरे होते हुये आज मैं लुट रही