यम्मा यम्मा ये कुबससुरत सामानो - The Indic Lyrics Database

यम्मा यम्मा ये कुबससुरत सामानो

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, आर डी बर्मन, सहगान | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - शान | वर्ष - 1980

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यम्मा यम्मा, यम्मा यम्मा, ये खूबसूरत समा
बस आज की रात है ज़िंदगी, कल हम कहाँ तुम कहाँहंसते हुए ऐसी शान से, दीवाने ??? जाएंगे
झूठी शमों से मिलके गले, परवाने जल जाएंगे
रह जाएगा यादों का दिया, कल हम कहाँ तुम कहाँकल क्या हो जाए किसको खबर, आ ??? चलें झूमकर
ये ज़िंदगी इक लम्बा सफ़र, पल भर के सब हमसफ़र
इक रात के मेहमान सब यहाँ, कल हम कहाँ तुम कहाँ