रात जो तुने दीप बुझाये मेरे थे - The Indic Lyrics Database

रात जो तुने दीप बुझाये मेरे थे

गीतकार - सलीम गिलानी | गायक - आशा भोंसले | संगीत - गुलाम अली | फ़िल्म - मेराज-ए-ग़ज़ल (गैर फ़िल्म) | वर्ष - 1983

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रात जो तूने दीप बुझाये मेरे थे
अश्क़ जो तारीकी ने छुपाये मेरे थेकैफ़-ए-बहाराँ महर-ए-निगाराँ लुत्फ़-ए-जुनूँ
मौसम-ए-गुल के महके साये मेरे थेमेरे थे वो ख़ाब जो तूने छीन लिये
गीत जो होंठों पर मुरझाये मेरे थेआँचल आंचल गेसू गेसू चमन चमन
सारी ख़ुश्बू मेरी साये मेरे थेसाहिल साहिल लहरें जिसको ढूँढती हैं
माज़ी के वो महके साये मेरे थे