हम चले तेरे दिल के मकान से - The Indic Lyrics Database

हम चले तेरे दिल के मकान से

गीतकार - राजा मेहदी अली खान | गायक - कोरस, सुरैया, मोहंतारा, अजिंक्य | संगीत - एस एन त्रिपाठी | फ़िल्म - इनाम | वर्ष - 1955

View in Roman

सु : हम चले
हम चले तेरे दिल के मकान से
आदाब-अर्ज़ नमस्ते सलाम-वालेक़ुम
को : हम चले
हम चले तेरे दिल के मकान से
आदाब-अर्ज़ नमस्ते सलाम-वालेक़ुम
हम चले
सु : बाज़ आये हम ऐसी पहचान से
को : आदाब-अर्ज़ नमस्ते सलाम-वालेक़ुम
सलाम-वालेक़ुममो : आ
एक तो दीजिये इनको दिल भी
सु : आ
एक तो दीजिये इनको दिल भी

चाहिये साथ taxiका billभी -३
दूर भागो जी
दूर भागो जी ऐसे इंसान से
को : आदाब-अर्ज़ नमस्ते सलाम-वालेक़ुम
सलाम-वालेक़ुममो : आ
दिल किसी और को जा के दीजे
सु : आ
दिल किसी और को जा के दीजे

अजी हमपे तो किरपा ही कीजे -३
प्यार कर लीजे
प्यार कर लीजे सारे जहान से
को : आदाब-अर्ज़ नमस्ते सलाम-वालेक़ुम
सलाम-वालेक़ुममो : आ
चल गया तुमपे नज़रों का जादू
सु : आ
चल गया तुमपे नज़रों का जादू
जाओ जंगल में बन जाओ साधू -३
जा के माँगो
जा के माँगो मुरादें भगवान से
को : आदाब-अर्ज़ नमस्ते सलाम-वालेक़ुम
सलाम-वालेक़ुम