परदेसी तो हैं परदेसी आते हैं चले जाते हैं - The Indic Lyrics Database

परदेसी तो हैं परदेसी आते हैं चले जाते हैं

गीतकार - समीर | गायक - उदित नारायण, सोनू निगम, अनुराधा पौडवाल, रूप कुमार राठौड़ | संगीत - दिलीप सेन-समीर सेन | फ़िल्म - | वर्ष - 1998

View in Roman

परदेसी तो हैं परदेसी आते हैं चले जाते हैं
कुछ यादें थोड़ी सी खुशियां ढेर से ग़म दे जाते हैं
परदेसी तो हैं ...ये होते हैं झोंके हवा के इनको पकड़ना मुश्किल है
फिर भी मुहब्बत करता है इनसे कितना पागल ये दिल है
दो पल की राहत देते हैं सारी उमर तड़पाते हैं
परदेसी तो हैं ...इस डाली कभी उस डाली पे बेदर्दों का बसेरा है
शामें कहीं पे गुज़रें इनकी और कहीं पे सवेरा है
हरजाई भंवरे हैं ये तो कलियों को बहकाते हैं
परदेसी तो हैं ...परदेसी तो हैं परदेसी आते हैं चले जाते हैं
कुछ यादें थोड़ी सी खुशियां ढेर से ग़म दे जाते हैं
परदेसी तो हैं ...ये होते हैं झोंके हवा के इनको पकड़ना मुश्किल है
फिर भी मुहब्बत करता है इनसे कितना पागल ये दिल है
दो पल की राहत देते हैं सारी उमर तड़पाते हैं
परदेसी तो हैं ...चैन चुरा के ले गए मेरा इन अँखियों को प्यास दे गए
प्रेम के जोगी बन के आए जोगन को बनवास दे गए
वादा हँसाने का करते हैं पर ये हमको रुलाते हैं
परदेसी तो हैं ...परदेसी तो हैं परदेसी आते हैं चले जाते हैं
कुछ यादें थोड़ी सी खुशियां ढेर से ग़म दे जाते हैं
परदेसी तो हैं ...ये ना समझना हमको तुम्हारी याद न आएगी
जब देखेंगे तस्वीर तुम्हारी आँखें भर आएंगी
कुछ रिश्ते ऐसे हैं जो चुपके से निभाए जाते हैं
परदेसी तो हैं ...दिल करता है आज पुकारूं तुमको मैं अपना कह के
लौट के फिर आओगे जाओ तुम ये वादा कर के
ब्याह में तेरे सब आएंगे दे के वचन हम जाते हैं
परदेसी तो हैं ...मिलना बिछड़ना इस जीवन की रीत पुरानी है
दिल देता है तुमको दुआएं आँख में पानी है
इन अश्कों पे मत जाओ ये खुशियों में भी आते हैं
परदेसी तो हैं ...