गीतकार - राजेन्द्र कृष्ण | गायक - आशा भोसले | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - इल्ज़ाम | वर्ष - 1954
View in Romanबुझने लगी है शम्मा तेरे इन्तजार की
अब आ भी जा कि टूट चली आस प्यार की
देखूं कब तक तेरी मैं राह सजना
चाँद तारों की बारात जाने लगी
अब तो आजा पिया रात जाने लगी
तुझे ढूंढे है मेरी निगाह सजना
फूल शाखों पे आराम से सो गए
तुम न जाने न जाने कहाँ खो गए
मुझे सोने न दे तेरी चाह सजना
मेरी आँखों में सावन है छाया हुआ
तुझसे कहता है दिल घबराया हुआ
मेरा आके बता दे गुनाह सजना