चारों तरफ नूर उन आला ये बरक़ ए तजल्ली - The Indic Lyrics Database

चारों तरफ नूर उन आला ये बरक़ ए तजल्ली

गीतकार - एम एफ हुसैन | गायक - मुर्थुजा खान, कादर खान | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - मीनाक्षी - 3 शहरों की कहानी | वर्ष - 2003

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चारों तरफ़
चारों तरफ़
चारों तरफ़
नूर-उन-अला नूर-उन-अला नूर-उन-अला नूर
नूर-उन-अला नूर-उन-अला नूर-उन-अला नूरये बर्क़-ए-तजल्ली अंधेरों को चीरती -२
यहाँ भी तू वहाँ भी तू
ये रोशनी क्या रोशनीतेरे सिवा कोई है के पूछूँ -२
अंधेरों से पूछा तो चुप हो गये चुप हो गये
उजालों से पूछा तो शरमा गये शरमा गये
परिंदों से पूछा
परिंदों से पूछा कहाँ परवाज़ है
ख़ामोशी से पूछा कहाँ आवाज़ है
फूलों से पत्तों से
फूलों से पत्तों से रंगों से
आयी सदाअचारों तरफ़
चारों तरफ़
नूर-उन-अला नूर-उन-अला नूर-उन-अला नूर
नूर-उन-अला नूर-उन-अला नूर-उन-अला नूर
ये बर्क़-ए-तजल्ली अंधेरों को चीरती
यहाँ भी तू वहाँ भी तू
ये रोशनी क्या रोशनीउठाई चिलमन तो देखा जलवा तेरा -२
बढ़ाया क़दम तो मंज़िल तेरी मंज़िल तेरी
उठाई नज़र तो सूरत तेरी सूरत तेरी
भँवरे की गुन-गुन में
भँवरे की गुन-गुन में
कंगन की खन-खन में
आशिक़ के तन-मन में
बिरहन के नैनन में
तानों में सरगम में
तानों में सरगम में
बस तू है तू ही तूनूर-उन-अला नूर-उन-अला नूर-उन-अला नूर
नूर-उन-अला नूर-उन-अला नूर-उन-अला नूरदिल की दीवानगी मन की आवारगी तू -२
दूर लेके चल तू
कुछ पूछ ना तू कुछ पूछ ना तू
जिंदगी एक राज़ थी एक राज़ है एक राज़ है
जान कर होगा क्या
जान कर होगा क्या किस ने है जाना
कोई कहे मोहब्बत कोई इबादत
दीवानगी कहें चाहे जुनूँ
दीवानगी कहें चाहे जुनूँ
चाहत ही तेरी अदानूर-उन-अला नूर-उन-अला नूर-उन-अला नूर
नूर-उन-अला नूर-उन-अला नूर-उन-अला नूरये बर्क़-ए-तजल्ली अंधेरों को चीरती -२
यहाँ भी तू वहाँ भी तू
ये रोशनी क्या रोशनी
नूर-उन-अला नूर-उन-अलानूर नूर