चिराग दिल का जलाओ बहुत अंधेरा हैं - The Indic Lyrics Database

चिराग दिल का जलाओ बहुत अंधेरा हैं

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - चिराग | वर्ष - 1969

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चिराग़ दिल का जलाओ बहुत अँधेरा है -२
कहीं से लौट के आओ बहुत अँधेरा है
चिराग़ दिल का ...कहाँ से लाऊँ वो रंगत गई बहारों की -२
तुम्हारे साथ गई रोशनी नज़ारों की
मुझे भी पास बुलाओ बहुत अँधेरा है
चिराग़ दिल का ...सितारों तुम से अँधेरे कहाँ स.म्भलते हैं -२
उन्हीं के नक़्श-ए-क़दम से चिराग़ जलते हैं
उन्हीं को ढूँढ के लाओ बहुत अँधेरा है
चिराग़ दिल का ...