जरा सुनो सुनो क्या कहां निगाहें - The Indic Lyrics Database

जरा सुनो सुनो क्या कहां निगाहें

गीतकार - पी एल संतोषी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - संगीता | वर्ष - 1950

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( ज़रा सुनो सुनो
ज़रा सुनो सुनो क्या कहें निगाहें
तुम हमें चाहो न चाहो हम तुम्हें चाहें ) -२यूँ तो चले जाते थे चुपके से घर से
बच के कैसे जाओगे मेरी नज़र से
बाँहों में ले ली हैं बाँहें
तुम हमें चाहो न चाहो हम तुम्हें चाहें( मुझको जला के तुम ख़ुश न रहोगी
मैं भी जली हूँ तो तुम भी जलोगे ) -२
सोचेंगी ठण्दी ये आहें
तुम हमें चाहो न चाहो हम तुम्हें चाहेंआँख मिला के मुझसे आँखें चुराना ना
दिल के रस्ते में देखो छोड़ के जाना ना
दो दिन तो आओ निबाहें
तुम हमें चाहो न चाहो हम तुम्हें चाहेंज़रा सुनो सुनो
ज़रा सुनो सुनो क्या कहें निगाहें
तुम हमें चाहो न चाहो हम तुम्हें चाहें