देखो वो चाँद छुपके करता है क्या इशारे - The Indic Lyrics Database

देखो वो चाँद छुपके करता है क्या इशारे

गीतकार - एस. एच. बिहारी | गायक - लता - हेमंत कुमार | संगीत - हेमंत कुमार | फ़िल्म - शार्त | वर्ष - 1954

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देखो वो चाँद छुपके करता है क्या इशारे
शायद ये कह रहा है, हम हो गये तुम्हारे
उल्फत का आज हम ने इकरार कर लिया है
लेकिन ये कौन जाने, किस्मत में क्या लिखा है
मंज़िल को चल पड़े हैं, तकदीर के सहारे
ऐसा ना हो के हम को रस्ते में छोड़ जाओ
जा कर कही किसी की दुनिया नई बसाओ
मजधार में रहे हम लग जाओ तुम किनारे
दिल में सिवा तुम्हारे कोई नहीं हमारें
ये अपने दिल से पूछो, क्या दिल में है तुम्हारे
देंगे मेरी गवाही कुदरत के ये नज़ारे