आई आई आ ऐ चिटकु भटकू चल झुमें हम मस्ती में - The Indic Lyrics Database

आई आई आ ऐ चिटकु भटकू चल झुमें हम मस्ती में

गीतकार - समीर | गायक - शैल, बेबी | संगीत - आदेश श्रीवास्तव | फ़िल्म - सूर्य | वर्ष - 2003

View in Roman

बे : अई अई आ -३
को : सा सा लई ला ला लई ला ला लई ला ला -२
सा सा लई ला ला लई ला ला लई ला ला लाबे : ऐ चिटकू भटकू किधर को जा रेला
अरे बता ना बीड़ू काए को मामा बना रेला
को : ऐ चिटकू भटकू किधर को जा रेला
अरे बता ना बीड़ू काए को मामा बना रेलाशै : कोई ख़ुश है कोई नाराज़ है क्या styleहै क्या अन्दाज़ है
यहाँ तो अपुन का ही राज है अरे हम सा है कोई कहाँचल झूमें हम मस्ती में
को : मस्ती में -३
शै : चल घूमें हम मस्ती में
को : मस्ती में -२
शै : चल झूमें हम मस्ती में
को : मस्ती में -३
शै : चल घूमें हम मस्ती मेंको : हो
बे : अई अई आ -३को : होय -११
शै : तीर-ए-नज़र से कट जाएगी कोई पोरगी तो पट जाएगी हा
को : ऊ
शै : तीर-ए-नज़र से कट जाएगी कोई पोरगी तो पट जाएगी
अरे जुहू की सैर कराएँगे सागर के जल से नहलाएँगे
को : क्या
जुहू की सैर कराएँगे सागर के जल से नहलाएँगे
अरे आएगा यारों मज़ा हे हे हेचल झूमें दिल की कश्ती में
को : कश्ती में -२
शै : चल घूमें हम बस्ती में
को : मस्ती में
को : सा सा लई ला ला लई ला ला लई ला ला -२
सा सा लई ला ला लई ला ला लई ला ला लाशै : अपना तो घर ये फुटपाथ है मालिक तो अपने ही साथ है
क्यूँ
अपना तो घर ये फुटपाथ है मालिक तो अपने ही साथ है
कभी आम है तो कभी ख़ास है हम तो बड़े ही बिन्दास हैं
क्यूँ बीड़ू
को : कभी आम हैं तो कभी ख़ास हैं हम तो बड़े ही बिन्दास हैं
शै : अरे किसको यहाँ है पता
हाँ हाँ हाँचल झूमें अपनी हस्ती में
को : हस्ती में -२
शै : चल घूमें हम बस्ती में
को : मस्ती में
बे : ऐ चिटकू भटकू किधर को जा रेला
को : अरे बता ना बीड़ू काए को मामा बना रेला
शै : कोई ख़ुश है कोई नाराज़ है क्या styleहै क्या अन्दाज़ है
यहाँ तो अपुन का ही राज है अरे हम सा है कोई कहाँचल झूमें
को : झूमें
शै : हम मस्ती में
को : हम
मस्ती में -३
शै : चल घूमें हम मस्ती में
को : मस्ती में -३
को : ( सा सा लई ला ला लई ला ला लई ला ला -२
सा सा लई ला ला लई ला ला लई ला ला ला ) -३