कौन ये आया महफिल में बिजली सी चमकी दिल में - The Indic Lyrics Database

कौन ये आया महफिल में बिजली सी चमकी दिल में

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, आशा भोंसले | संगीत - उषा खन्ना | फ़िल्म - दिल देके देखो | वर्ष - 1959

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कौन ये आया महफ़िल में
बिजली सी चमकी दिल में
उजला मुखड़ा काला तिल
होंठ गुलाबी जैसे दिल
रंग-ए-बदन तौबा तौबा
आँख मिली तो क्या होगा
हाय ओ ओ दिलरुबा मेरी नीताप्यार किया है तो फिर निभाना
आज खुल के यूँ आँख मिलाना
देखता रहे ग़म ये ज़माना
हो ओ हो ओ हो ओ ओ ओ ओ ओतू जो है मेरी बाहों में
जलते है दीपक राहों में
खाबों की बस्ती है ज़मीं
आज है दुनिया कितनी हंसीं
दिल से दिल का साथ रहे
जीवन भर ये रात रहे
हाय ओ ओ दिलरुबा मेरी नीता