मुस्कुराओ कि जी नहिं लगता - The Indic Lyrics Database

मुस्कुराओ कि जी नहिं लगता

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - लता | संगीत - चित्रगुप्त | फ़िल्म - कंगन | वर्ष - 1959

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मुस्कुराओ कि जी नहिं लगता
पास आओ कि जी नहीं लगता
मुस्कुराओ कि जी नहिं लगता
ये खमोशी ये बेज़ुबानी क्यों
छेड़ न दे कोई कहानी क्यों
गुनगुनाओ कि जी नहीं लगता
मुस्कुराओ कि जी नहिं लगता
पास हो तुम, है फिर भी तनहाई
क्या नहीं प्यार की ये रुसवाई
कुछ सुनाओ कि जी नहीं लगता
मुस्कुराओ कि जी नहीं लगता
रात का हुस्न भी ज़रा देखो
चाँदनी कह रही है क्या देखो
मान जाओ कि जी नहीं लगता
मुस्कुराओ कि जी नहिं लगता
पास आओ के जी नहीं लगता
मुस्कुराओ के जी नहिं लगता