टूटा टूटा एक परिंदा ऐसे टूटा अल्लाह के बंदे - The Indic Lyrics Database

टूटा टूटा एक परिंदा ऐसे टूटा अल्लाह के बंदे

गीतकार - विशाल ददलानी | गायक - कैलाश खेर | संगीत - विशाल-शेखर | फ़िल्म - वैसा भी होता है पार्ट II | वर्ष - 2003

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टूटा-टूटा एक परिन्दा ऐसे टूटा
के फिर जुड़ न पाया
लूटा-लूटा किसने उसको ऐसे लूटा
के फिर उड़ न पायाओ ओ ओ ओ
टूटा-टूटा एक परिन्दा ऐसे टूटा
के फिर जुड़ न पाया
लूटा-लूटा किसने उसको ऐसे लूटा
के फिर उड़ न पायागिरता हुआ वो आसमाँ से
आकर गिरा ज़मीं पर
ख़्वाबों में फिर भी बादल ही थे
वो कहता रहा मगरके ( अल्लाह के बन्दे हँस दे, अल्लाह के बन्दे
अल्लाह के बन्दे हँस दे, जो भी हो कल फिर आयेगा ) -२खो के अपने पर ही तो उसने था उड़ना सीखा
खो के अपने पर ही तोऽऽऽऽ
खो के अपने पर ही तो उसने था उड़ना सीखा
ग़म को अपने साथ में ले ले दर्द भी तेरे काम आयेगा( अल्लाह के बन्दे हँस दे, अल्लाह के बन्दे
अल्लाह के बन्दे हँस दे, जो भी हो कल फिर आयेगा ) -२आ आ आ
टुकड़े-टुकड़े हो गया था हर सपना जब वो टूटा
टुकड़े-टुकड़े हो गया थाऽऽऽ
टुकड़े-टुकड़े हो गया था हर सपना जब वो टूटा
बिखरे टुकड़ों में अल्लाह की मरज़ी का मन्ज़र पायेगा( अल्लाह के बन्दे हँस दे, अल्लाह के बन्दे
अल्लाह के बन्दे हँस दे, जो भी हो कल फिर आयेगा ) -२टूटा-टूटा एक परिन्दा ऐसे टूटा
के फिर जुड़ न पाया
लूटा-लूटा किसने उसको ऐसे लूटा
के फिर उड़ न पायागिरता हुआ वो आसमाँ से
आकर गिरा ज़मीं पर
ख़्वाबों में फिर भी बादल ही थे
वो कहता रहा मगरके ( अल्लाह के बन्दे हँस दे, अल्लाह के बन्दे
अल्लाह के बन्दे हँस दे, जो भी हो कल फिर आयेगा ) -४