मत मारो श्याम पिचकारी - The Indic Lyrics Database

मत मारो श्याम पिचकारी

गीतकार - राजेन्द्र कृष्ण | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - हेमंत कुमार | फ़िल्म - दुर्गेश नंदिनी | वर्ष - 1956

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मत मारो श्याम पिचकारी
मोरी भीगी चुनरिया सारी रे
नाज़ुक तन मोरा रंग ना डारो श्यामा
अंग अंग मोरा फड़के
रंग पड़े जो मोरे गोरे बदन पर
रूप की ज्वाला भड़के
कित जाऊँ मैं लाज की मारी
काह करूँ कान्हा, रूप है बैरी मेरा
रंग पड़े छील जाए
देखे ये जग मोहे तिरछी नजरिया से
मोरा जिया घबराए
कित जाऊँ मैं लाज की मारी
प्यार के रंग में सैंया मोरी रंग दे चुनरिया
खेल ना दिल की होली तेरी बाली है उमरिया
नीला हो ना लाल केसरी ना पिला ना काला हो
ऐसा हो वो रंग प्रीत का जिसमें जादू डाला हो
आज खेलने प्रीत की होली आई रे बावरिया
प्यार के रंग में सैंया मोरी रंग दे चुनरिया
खेल ना दिल की होली तेरी बाली है उमरिया
रंग हो दिल के अरमानों का नैनों की पिचकारी
देख चुनरिया मेरी सैया वारी दुनिया सारी
होली के दिन बात मेरी ये मान ले सांवरिया