जब कभी चंद ना हो अगर तुम साथ हो - The Indic Lyrics Database

जब कभी चंद ना हो अगर तुम साथ हो

गीतकार - विशाल ददलानी | गायक - महालक्ष्मी अय्यर, के के | संगीत - विशाल-शेखर | फ़िल्म - झंकार बीट्स | वर्ष - 2003

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के : जब कभी चाँद ना हो अन्धेरी रात हो
डर ना हो होगा मुझको अगर तुम साथ हो
जब कभी बादल छाए या घनी बरसात हो
होगी ख़ुशी हर इक बूंद में अगर तुम साथ हो
इस जहाँ में कोई मेरा हो भी या ना हो
हर इक लम्हा भर जाएगा रोशनी से बस अगर तुम साथ हो
जब कभी
म : जब कभी
के : आँसू आए
म : आँसू आए
के : या बुरी
म : या बुरी
के : सौग़ात हो
म : सौग़ात हो
के : मुस्करा लूँगा मैं तो फिर भी
दो : अगर तुम साथ होके : तुम यहाँ हो तो क्या रंज दुनिया है उधर
सारे अरमाँ ख़ाब सारे बन गए हैं अब तुम्हारी इक नज़र
जब कभी
म : जब कभी
के : दिल घबराए
म : दिल घबराए
के : सामने
म : सामने
के : मात हो
जीत के मैं दिखलाऊँगा
दो : अगर तुम साथ होजब कभी
म : जब कभी
के : हँस दे आलम
म : हँस दे आलम
के : ख़ुशियों की
म : ख़ुशियों की
के : बारात हो
दो : ज़िन्दगी होगी जन्नत अगर तुम साथ हो